नंदन अभी तक नीली आंखों के जाल में उलझा हुआ था। नंदन अभी तक नीली आंखों के जाल में उलझा हुआ था।
उसका गम छिपाकर भी चुप हैं क्योंकि वह फिर एक मां को दुखी नहीं करना चाहती। उसका गम छिपाकर भी चुप हैं क्योंकि वह फिर एक मां को दुखी नहीं करना चाहती।
भगवान उसके पास आए और बोले "बेटा, जो हार तुम्हें मिला था ,वो तुमने बेच दिया ।वो किसी और भगवान उसके पास आए और बोले "बेटा, जो हार तुम्हें मिला था ,वो तुमने बेच दिया ।वो क...
रिवाज़ ही कुछ ऐसा है जिसके कारण अब निशा के दो पति हो गए, सब अपनी अपनी मुश्किलों को बयां कर रहे हैं प... रिवाज़ ही कुछ ऐसा है जिसके कारण अब निशा के दो पति हो गए, सब अपनी अपनी मुश्किलों ...
फिर अंधेरा कहीं ना होगा सर्वत्र उजाला ही उजाला होगा..! फिर अंधेरा कहीं ना होगा सर्वत्र उजाला ही उजाला होगा..!
इस तरह मेरी कहानी शुरू होने के पहले ही खत्म हो जाती है। इस तरह मेरी कहानी शुरू होने के पहले ही खत्म हो जाती है।